शुक्रवार, 4 सितंबर 2015

कौन थे कंस के हाथों मारे जाने वाले माता देवकी के पुत्र?

यह तो सभी जानते हैं कि कंस ने भगवान श्रीकृष्ण की माता देवकी के छह पुत्रों की हत्या की। उसने श्रीमती देवकी व श्रीवसुदेवजी को कारागार में डाल दिया था। अपने पित उग्रसेनजी को भी बन्दी बना लिया था, और स्वयं शासक बन गया था। 

कंस जानता था की पूर्व जन्म में वो कालनेमि नाम का असुर था जिसे भगवान विष्णु ने मार डाला था। अतः वह बहुत सावधान था कि कहीं इस बार भी वो न मारा जाये।
श्रीहरिवंश पुराण के अनुसार कालनेमि के छ्ह पुत्रों ने ब्रह्मा जी को प्रसन्न करने के लिये उपासना की थी। उस समय हिरण्यक्षिपु का राज्य था। 

उनकी तपस्या की बात सुनकर हिरण्यक्षिपु बहुत नाराज़ हुआ था। उसने उनको श्राप दे दिया की जिस पिता ने तुमको पाल-पोस के बड़ा किया है, वही गर्भ में स्थित होने पर तुम सबका वध कर देगा। जब तुम लोग देवकी के गर्भ में स्थित होओगे
तो यही कालनेमि कंस के रूप में तुम्हारा वध करेगा।

इस प्रकार कंस ने जाने-अनजाने अपने ही पुत्रों का वध कर दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें