शनिवार, 17 अगस्त 2013

आशीर्वचन

भगवान को हम अपनी चेष्टा से प्राप्त नहीं कर सकते। हम उन्हें केवल, उन्हीं की कृपा से ही प्राप्त कर सकते हैं। - श्रील भक्ति रक्षक श्रीधर देव गोस्वामी महाराज

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