गुरुवार, 29 जून 2023

जगह बदलने से कर्मफल नहीं बदलता।

हमारे एक प्रभु जी, कृष्ण नगर मठ में रहते हैं

पहले वो चण्डीगढ़ में थे।

एक दिन वहाँ के इन्चार्ज श्रील भक्ति सर्वस्व निष्किंचन महाराज जी ने उनको किसी गलती पर डाँट दिया।

उन प्रभु जी ने कहा कि मैं अब मठ में नहीं रहूँगा।

महाराज जी ने कहा- कोई बात नहीं तूने जहाँ जाना है चले जा, लेकिन एक बात तो बता। जब तू किसी दूसरी जगह पर जायेगा तो क्या अपनी किस्मत यहीं छोड़ कर चला जायेगा? किस्मत तो तेरे साथ-साथ जायेगी। जो कष्ट तेरे को यहाँ पर मिल रहा है, वो मिलेगा ही, कहीं चला जा। जगह बदल जायेगी, आस-पास के व्यक्ति बदल जायेंगे लेकिन कर्मफल वहीं का वहीं रहेगा। वही कष्ट हर स्थान पर मिलेगा।

वो प्रभु जी इस बात का कोई उत्तर न दे पाए।




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