श्रीमती राधा जी की प्रधान अष्ट सखियां हैं ललिता,
विशाखा, चित्रा, चम्पकलता, तुंगविद्या, इन्दुलेखा, रंगदेवी, सुदेवी । इनमें से
ललिता देवी सबसे श्रेष्ठ हैं । आप श्रीकृष्ण लीला में श्रीमती राधा जी से 27 दिन
बड़ी हैं ।
आप की अंगकान्ति गौरोचना तुल्य है । वस्त्र मयूरपंख के सदृश हैं।

श्रीकृष्ण लीला में आपके पिताजी का नाम विशोक तथा माताजी का नाम सारदी है ।
भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु की लीला में आप श्रील स्वरूपदामोदर जी के रूप में प्रकट हुईं थीं । एक अन्य मत से आप श्रील राय रामानन्द जी के रूप में प्रकट हुईं थीं।
आप की अंगकान्ति गौरोचना तुल्य है । वस्त्र मयूरपंख के सदृश हैं।

श्रीकृष्ण लीला में आपके पिताजी का नाम विशोक तथा माताजी का नाम सारदी है ।
भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु की लीला में आप श्रील स्वरूपदामोदर जी के रूप में प्रकट हुईं थीं । एक अन्य मत से आप श्रील राय रामानन्द जी के रूप में प्रकट हुईं थीं।
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