प्रिय बृजवासियो
तथा वृन्दावन के मित्रो ,

इस विस्तृत योजना
पर सरकार तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया था। अपितु इसके
विपरीत हरियाली युक्त क्षेत्रो कि योज़ना

कुछ समय पूर्व आई बाढ़ ने यमुना के घाटो को
पूरी तरह से भर कर वृन्दावन को दुबारा से सुशोभित करने का छोटा सा अवसर प्रदान किया
है | लोगो में जागरूकता बढ़ाने के लिए हमे सरकार कि मदद या बिना मदद के ही कार्य
को संपन्न करना है |
केवल १० दिनों में ही लगभग १०० मजदूरों ने वृन्दावन के दोनों तरफ के कुछ
प्रवाह को वापिस ला दिया है | पर अभी भी यमुना कि स्थिति में पूर्ण रूप से सुधार
लाने के लिए बहुत कुछ करना बाकी है | यमुना जी और गंगा जी कि वजह से हमारा भारत
बहुत प्रसिद्ध है, उनकी जो दुर्दशा हो गई है, उस अपराध से बचने के लिए हमे अभी बहुत
कुछ करना है | पर वृन्दावन में बड़ा परिवर्तन हम सब मिलकर ला सकते है | सबसे पहले
नालियों में खड़े गंदे पानी के स्थाई प्रवाह के लिए हमें प्रयत्न करना चाहिए । कार्य
के प्रारम्भ में असंख्य रेत कि बोरियों से यमुना जी के प्रवाह को निर्माण क्षेत्र
में रोका गया |
यमुना जी के ऊपर अवैध निर्माण के कारण वे
श्रीमदन मोहन मंदिर से अदृश्य सी हो गईं थीं । पर अब हम अपने संयुक्त उत्साह से इसमें बहुत बड़ा
परिवर्तन दिखाएंगे । हमारा अगला स्पष्ट कदम यह है कि यमुना के दोनों तरफ जाल
बनाए ताकि कचरा यमुना में न जा पाए | इसके बाद अगला कदम गंदे पानी कि पाईपों के
द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र तक ले जाया जाए और वहां पर s.t.p. तरीके से पानी को साफ़
करके बहुत से टैंको द्वारा खेतो में छोड़ा जाए और यह तरीका यमुना जी के प्रवाह को
बढ़ाने में भी सहायक होगा|

यह कोई मजाक या अतिशयोक्ति नहीं है | कोई भी
इस पानी विश्लेषण करके इसके खतरे के पुष्टि कर सकते है | तो अधिकारी कोई कार्यवाही
क्यों नहीं कर रहे हैं ? क्योंकि वह सरकारी धन जो इस परियोजना के लिए है उसे अपना
निजी धन बनाने में व्यस्त है । निर्दय
अधिकारी अपनी पाप वृति के कारण बच्चो के स्वास्थ्य की चिंता भी नहीं कर रहे सिर्फ
उनका कर्मफल ही उनको यह एहसास दिलाएगा कि लोगों का विश्वास तोड़ने से क्या फल होता है । पर अब हम
अधिकारियों और स्वयं द्वारा कि गयी गलतियों से वृन्दावन को बचाएँगे । बृजवासियों का
फावडियों के साथ आना और हमारी मदद के लिए कई मजदूरों को भेजना यह दर्शाता है कि वो
सभी ऐसा चाहते है और उन्हें इसकी ज़रूरत भी है | यह समय कारवाई का है | यह देख कर कई
स्कूलों के बच्चे और कई मंदिरों के प्रधानों ने खुदाई में मदद करके एक सची आशा और
ख़ुशी दी है | अगर हम अब भी नालियों में कचरा कचरा डालते रहे तो हम सभी वृन्दावन को
साफ़ रखने की आशा को ख़तम करने के लिए ज़िम्मेदार होंगे |
हम सभी नेताओं को वृन्दावन के अच्छे भविष्य के लिए अपना सहयोग देने के लिए
आमंत्रित करते है | दुनिया में किसी भी जगह पर अगर कोई व्यक्ति सावर्जनिक प्रणाली
का दुरुपयोग तथा आम जनता के हितो के विरुद्ध कार्य करता है , तो उसे सजा देने का
प्रावधान है| यह प्रणाली वृन्दावन में लागू नहीं होती | लोग कहीं भी कचरा फेंक
देते है, सड़के जाम कर देते हैं और किसी दुर्घटना की प्रवाह किए बिना तेज़ गति से
वाहन चलाते है | वृंदा कुंज में हमारा एक पड़ोसी जो नित्य प्रति वृन्दावन की
परिक्रमा करता था, दुर्घटना का शिकार हो गया जब नगर पालिका का तेज़ गति से आता
हुआ एक ट्रक उसके ऊपर चढ़ गया | जिसके कारण उसकी टांग कट गयी और कुछ महीनो बाद
उसकी मौत हो गई । दोषी पार्टी और नगर पालिका की तरफ से उसको कोई मदद नहीं मिली |
आईये , परिक्रमा मार्ग को सुरक्षित बनाए | उन चाय की दुकानों को रोकें जिनकी वजह से
प्लास्टिक के कप इधर - उधर बिखरे रहते है | यह क्या है ?? यह धाम अपराध है | हमे
इसे रोकना होगा । कोई पुलिस यह रोक नहीं सकती ।
पलिथैलिन बैग पर रोक लगा दी गई है । पर कोई दुकानदार इसकी परवाह नहीं कर रहा ।
गाएं इसे खा कर मर रही है ।
कृप्या आईये हम सब मिलकर प्रयत्न करे । यह इसी प्रकार परिवर्तित होगा । हमे
आपकी ज़रूरत है | हम आपसे स्नेह करते है । जो वृन्दावन में रहते है , राधा रानी की
उनपर कृपा है । उनको प्रसन्न करने का प्रयत्न करें । यह पत्र यह संकेत देता है,
इसे कैसे पूरा किया जा सकता है । पढ़ने के लिए धन्यवाद और बहुत-बहुत धन्यवाद
वृन्दावन की मदद करने के लिए ।
साउथ अफ्रीका से हमारे शिष्य गरीब है , पर वह वृन्दावन के लिए कृतज्ञ है और
अलग - अलग जगहों को साफ़ तथा वृन्दावन की शोभा बढ़ाने के लिए सहयोग दे रहे है ,
क्योंकि वृन्दावन सरे संसार की उन्नति के लिए श्री -श्री राधा गोविन्द और श्री धाम
वृन्दावन की कृपा की आवश्यकता है |
द्वारा: श्रील परमद्वैति महाराज
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