रविवार, 17 अक्तूबर 2021

श्रील रघुनाथ भट्ट गोस्वामी - तिरोभाव तिथि पर विशेष

 

श्रील रघुनाथ भट्ट गोस्वामी जी जब श्रीमन्महाप्रभु जी के पास नीलाचल में रहते थे, तब आप बीच-बीच में श्रीमन्महाप्रभु जी को निमन्त्रित करके अपने घर में बहुत प्रकार के परम सुस्वादु व्यंजन तैयार करके भोजन कराते थे। रघुनाथ भट्ट गोस्वामी जी रसोई बनाने में अत्यन्त सुनिपुण थे। श्रीमन्महाप्रभु जी भक्त के द्वारा प्रेम से दिये अमृत के समान पकाये व्यंजनादि का भोजन करके परम तृप्ति का अनुभव करते थे। आपका अपूर्व कण्ठस्वर था। आप भागवत का पाठ करने के समय भागवत का एक एक श्लोक इतने सुमधुर कण्ठ स्वर में व बहुत से रागों के साथ पाठ करते थे, जिसे सुनने मात्र से ही भक्तिगण आपके प्रति परम आकृष्ट हो उठते थे।

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