गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

आप पर सांप के विष का कोई असर नहीं हुआ।

श्रीकृष्ण लीला में श्रीदाम नामक गोप बालक ही श्रीचैतन्य महाप्रभु जी की लीला में श्रील पुरुषोत्तम दास के रूप में आये। आपने ब्रज - धाम में भगवान श्रीकृष्ण के साथ बहुत सी बाल्य-क्रीड़ायें कीं थीं।

आप श्रीकृष्ण की प्रेम लीलाओं में ही मग्न रहते थे।


एक बार उसी अवस्था में आपने सांप का विष खा लिया था। उस विष का आप पर कोई असर नहीं हुआ था। आपकी अद्भुत अलौकिक शक्ति को देख कर सभी हैरान हो गये थे।

आप श्रीनित्यानन्द प्रभु के मुख्य पार्षदों में गिने जाते हैं। श्रीनित्यानन्द प्रभु जी के पार्षदों में इस प्रकार की अलौकिक शक्ति देखी जाती है।
श्रील पुरुषोत्तम ठाकुर की जय !!!!

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