मरणोपरान्त जब पिताजी घर आ गये…
एक बार श्रील भक्ति दयित माधव गोस्वामी महाराज जी के एक शिष्य जो
अमृतसर में रहते थे, आपके पास आये। उन्होंने बताया कि महाराज जी, कुछ दिन
पहले हमारे पिताजी का देहान्त हो गया । सभी क्रिया-कर्म व पिण्ड दान आदि
करने पर भी कभी-कभी देर रात्री में देखा जाता है कि पिताजी घर में घूम रहे
हैं।
जिसने
हमको जैसा बोला, वैसे हमने उपाय किए परन्तु कोई परिवर्तन नहीं है। इन सब
घटनाओं से मेरी पत्नी बहुत घबराई हुई है। हम सब रात भर घर की सभी लाइटें
जगा कर रखते हैं व जागते रहते हैं। कृपया हमें बतायें कि हम क्या करें?
श्रील
भक्ति दयित माधव गोस्वामी महाराज जी ने कहा -- ' ज्यादा चिन्ता करने की
बात नहीं है। हरिनाम करने से सभी तरह का अशुभ दूर हो जाता है। घर में
श्रीमती तुलसी जी के गमले को थोड़ा सा ऊँचा आसन देकर रखो और एक महीने के लिए
आप और आपकी पत्नी तुलसी जी के पास बैठकर रोज़ाना 1 लाख हरे कृष्ण महामन्त्र
करो। सब ठीक हो जायेगा।'
उन्होंने ऐसा ही किया और महीना तो बहुत लम्बी बात है, कुछ ही दिनों के बाद उनके पिताजी दिखने बन्द हो गये।
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