सोमवार, 23 जून 2014

एकादशी के बारे में…

  • चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी समस्त प्रकार के पापों का नाश करने वाली है । इसलिए इसका नाम 'पापमोचनी एकादशी' है । -- श्री मेधावी ॠषि जी
  •  तुलसी जी के दर्शन मात्र से स्मस्त प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं तथा पवित्र तुलसी जी को स्पर्श करने से शरीर पवित्र हो जाता है। जो ऐसा महान फल देने वाली तुलसी जी को प्रणाम करता है, व एकादशी वाले दिन तुलसी जी को दीपदान करता है, उसका पुण्य चित्रगुप्त भी लिख कर पूरा नहीं कर सकते । -- श्री ब्रह्मा जी
  • जो लोग एकादशी का व्रत करने में असमर्थ हैं, अर्थात् जो बहुत बिमार हैं, वे लोग भी इन एकादशियों की महिमा को पढ़कर व सुनकर एकादशी क फल प्राप्त कर लेते हैं । -- श्री सूत गोस्वामी जी

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