बुधवार, 9 अक्टूबर 2013

जीव कितने प्रकार के हैं?

जब जीव (आत्मा) अपने सेवनीय परमेश्वर का साक्षात्कार कर लेता है, तब वह शोकरहित होकर अपनी कृष्णदास्यरूपी महिमा को प्राप्त करता है। मुक्त (माया से मुक्त) और बद्ध (माया में फँसे), दो प्रकार के जीव होते हैं ।                                                                                     फिर आगे मुक्त जीव भी दो प्रकार के होते हैं । नित्यमुक्त और माया मुक्त। नित्य मुक्त जीव कभी भी माया के बन्धन में नहीं पड़े। मायामुक्त जीव माया के बन्धन में पड़े तो थे; परन्तु सत्संग से प्रभाव से माया के बन्धन से मुक्त होकर धाम में प्रविष्ट हो गये। - श्रील भक्ति विनोद ठाकुर ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें