प्र:- वैष्णव सिद्धान्त के अनुसार जुआ खेलने पर प्रतिबन्ध है, क्या स्टॉक में
निवेश भी जुआ कहलाने के समान है अर्थात प्रतिबंधित है?
उ:- जुआ खेलने के पीछे मनुष्य की मानसिकता कुछ ना करके कुछ पाने की होती है
जबकि शास्त्रों में श्रम से धन कमाने को ही प्राथमिकता दी गयी है और इमानदारी से की
गयी कमाई ही पवित्र मानी गयी है। स्टॉक में निवेश को हम जुआ नहीं कह सकते। वित्तीय
संसाधनों का उपयुक्त निवेश आज के युग में बहुत महत्वपूर्ण है। हमें कमाए हुए धन का
प्रयोग गुरु, वैष्णव और भगवान् की सेवा में लगाना चाहिए।
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