शास्त्रों में श्रीहरिनाम अथवा हरे कृष्ण महामन्त्र को साक्षात् चिन्तामणि कहा गया है। जिस प्रकार चिन्तामणि से व भगवान से जो कुछ मांगा जाए, वही मिल जाता है -- उसी प्रकार श्री हरिनाम से भी हर वस्तु प्राप्त की जा सकती है । 'नाम-चिन्तामणि' से भी जो कुछ माँगा जाए मिल जाता है । - श्रील भक्ति दयित माधव गोस्वामी महाराज जी 'विष्णुपाद' ।
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